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Showing posts from February, 2019

Acha Lagta Hai

  कबूतरों का झुण्ड जब ज़मीन से उड़कर आसमां छूता है ,अच्छा लगता है | चिलचिलाती धूप मैं जब बादल सूरज को ढक लेता है ,अच्छा लगता है |  बारिश के बाद पत्तियों का रंग भी अच्छा लगता है |  सर्द दिनों मैं सूरज की किरणें लगती है जब तन को,अच्छा लगता है   |  बहुत कोशिशों के बाद पा जाती हूँ जब कुछ, अच्छा लगता है  |  बिना कहे जब कोई समझ जाता है बात, अच्छा लगता है |  कर दे कोई अचानक ही तारीफ तो अच्छा लगता है |  करती हूँ जब  कुछ अलग तो अच्छा  लगता है |  किसी रोज़ देखती हूँ जब ऊँचाई से , उगते या ढलते सूरज को तो, अच्छा लगता है |  उड़ते हुए पंछिओं क़ो जब देखकर आसमान में , सोचती हूँ कि क़ाश उनमें से एक मैं भी  होती तो अच्छा लगता है |  सब ढूँढ़ते है ज़िन्दगी में दौलत ,शोहरत और प्यार  पर मुझे तो छोटी छोटी चीज़ों में ही खुशियाँ ढूँढ़ना , अच्छा लगता है ||